अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
अभ्यंग क्या है ?
अभ्यंग एक प्रकार का आयुर्वेदिक तेल मसाज है, जो शरीर और मन को आराम देता है, रक्त संचार सुधारता है और रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है।
अभ्यंग कितनी बार लेना चाहिए?
सामान्यतः सप्ताह में 2-3 बार लेना लाभकारी माना जाता है, लेकिन आपकी शारीरिक स्थिति के अनुसार विशेषज्ञ सलाह देंगे।
पंचकर्म क्या है?
पंचकर्म आयुर्वेद की एक शुद्धि प्रक्रिया है, जिसमें शरीर से विषैले तत्वों को बाहर निकालने के लिए विभिन्न उपचार विधियों का उपयोग किया जाता है।
क्या शालु आरोग्य कुंज में पंचकर्म उपचार उपलब्ध है?
जी हां, शालु आरोग्य कुंज में शिरोवस्ती, कटिबस्ती, नेत्रतर्पण, अभ्यंग, पादपिच्चर, ज्नानुबस्ती, सेह स्वेदन जैसी आयुर्वेदिक थेरेपी उपलब्ध हैं।
क्या मैं घर पर उपचार प्राप्त कर सकता हूँ?
जी हां, शालु आरोग्य कुंज में कुछ फिजियोथेरेपिस्ट घर पर उपचार की सुविधा प्रदान करते हैं। अधिक जानकारी के लिए आप उनसे संपर्क कर सकते हैं।
क्या उपचार के दौरान विशेष आहार की आवश्यकता होती है?
जी हां, पंचकर्म उपचार के दौरान विशेष आहार और जीवनशैली की सलाह दी जाती है।
क्या उपचार के बाद विशेष देखभाल की आवश्यकता होती है?
जी हां, उपचार के बाद मृदु आहार, पर्याप्त जल सेवन, विश्राम और चिकित्सक द्वारा दी गई जीवनशैली की सलाह का पालन करना चाहिए।
क्या उपचार के दौरान आवास की सुविधा उपलब्ध है?
जी हां, यदि उपचार 7 दिन या अधिक का है, तो आवास की सुविधा उपलब्ध है।
कैसे संपर्क करें या अपॉइंटमेंट बुक करें?
आप शालु आरोग्य कुंज से उनके कार्य समय (सोमवार से रविवार, सुबह आठ बजे से शाम सात बजे तक) में संपर्क कर सकते हैं।
क्या उपचार के दौरान दर्द होता है?
उपचार के दौरान हल्का असहजता महसूस हो सकता है, लेकिन यह सामान्य है और चिकित्सक की देखरेख में होता है।
क्या अभ्यंग सिर्फ उपचार के लिए है या रेगुलर वेलनेस के लिए भी?
अभ्यंग न केवल उपचार के लिए बल्कि शरीर और मन की ताजगी और स्वास्थ्य बनाए रखने के लिए रेगुलर वेलनेस थेरेपी के रूप में भी लिया जा सकता है।
अभ्यंग सत्र की कीमत कितनी है?
सत्र की कीमत सत्र की अवधि और तेल के प्रकार पर निर्भर करती है। आप हमारी वेबसाइट या सेंटर से सीधे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
अभ्यंग कौन-कौन से तेल से किया जाता है?
आयुर्वेदिक तिल का तेल, नारियल तेल, ब्राह्मी या हर्बल तेल का प्रयोग किया जाता है।
क्या कोई दुष्प्रभाव हैं?
सही तकनीक और तेल का प्रयोग करने पर कोई दुष्प्रभाव नहीं होते। यदि किसी को एलर्जी हो तो तेल बदल सकते हैं।