Shalu Arogya Kunj

मण्य वस्ती – गर्दन के लिए आयुर्वेदिक उपचार

परिचय:

मण्यबस्ति आयुर्वेदिक उपचार की एक विशिष्ट तकनीक है जिसमें गर्दन और कंधों के क्षेत्र (मण्या प्रदेश) पर औषधीय गर्म तेल को एक घेरा बनाकर स्थिर रखा जाता है। यह उपचार गर्दन की अकड़न, सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस, तनावजनित सिरदर्द, और कंधों के जकड़न में अत्यंत प्रभावकारी माना जाता है। यह गर्दन की मांसपेशियों को पोषण देने के साथ-साथ तंत्रिका तंत्र को शांत करता है।

मुख्य लाभ:

  • गर्दन और कंधों की अकड़न व दर्द से राहत
  • सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस में अत्यधिक लाभकारी
  • सिरदर्द, माइग्रेन और तनाव में आराम
  • स्नायु तंत्र को शांत और सुदृढ़ बनाना
  • रीढ़ की ऊपरी हड्डियों में लचीलापन और शक्ति देना

सेवा प्रक्रिया:

  • रोगी को पेट के बल या बैठने की आरामदायक स्थिति में रखा जाता है।
  • गर्दन के चारों ओर एक विशेष घेरा आटे से बनाया जाता है।
  • इस घेरे में गर्म हर्बल तेल धीरे-धीरे डाला जाता है और उसे निर्धारित समय तक रखा जाता है।
  • बीच-बीच में तेल को गर्म करके दोबारा डाला जाता है ताकि लगातार गर्माहट बनी रहे।
  • प्रक्रिया समाप्त होने के बाद तेल को साफ किया जाता है और हल्की मालिश की जाती है।

कौन ले सकता है:

  • जिन्हें गर्दन में अकड़न या दर्द की समस्या है
  • जो लोग सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस से पीड़ित हैं
  • जिनके कंधों में भारीपन या जकड़न रहती है
  • जो मानसिक तनाव, थकान या सिरदर्द का अनुभव करते हैं
  • जो रीढ़ की ऊपरी हड्डी को सशक्त बनाना चाहते हैं

मण्यबस्ति – अतिरिक्त जानकारी और लाभ:

मण्यबस्ति का प्रभाव सीधे गर्दन, कंधे और मस्तिष्क से जुड़े स्नायविक तंत्र पर होता है। यह उपचार उन लोगों के लिए विशेष रूप से उपयोगी है जो कंप्यूटर, मोबाइल या बैठकर काम करने वाले पेशे में हैं। यह गर्दन की जड़ों में जमा हुए तनाव को दूर करता है और गहराई से आराम प्रदान करता है।

अतिरिक्त लाभ:

  • मानसिक स्पष्टता और एकाग्रता में सुधार
  • तंत्रिका तंत्र की मजबूती
  • ऊपरी पीठ, गर्दन और कंधों में ऊर्जा और लचीलापन
  • नियमित उपयोग से सर्वाइकल की जड़ से समस्या में राहत
  • शरीर के ऊर्जा-प्रवाह को संतुलित करना

विशेष प्रक्रिया:

  • रोगी को आरामदायक मुद्रा में बैठाया या लिटाया जाता है।
  • गर्दन और कंधों के आसपास आटे से बना विशेष घेरा लगाया जाता है।
  • गर्म औषधीय तेल धीरे-धीरे उस घेरे में डाला जाता है।
  • 20-30 मिनट तक तेल को स्थिर रखा जाता है, जिससे गहराई तक असर होता है।
  • उपचार के बाद तेल को धीरे-धीरे पोंछा जाता है और हल्की मालिश की जाती है।

अनुभव:

मण्यबस्ति के बाद रोगी को गर्दन व कंधों में हलकापन, आराम और मानसिक शांति का अनुभव होता है। तनाव दूर होता है, सिरदर्द कम होता है और शरीर में ऊर्जावान अनुभव होता है। नियमित मण्यबस्ति से सर्वाइकल स्पॉन्डिलाइटिस जैसी समस्याओं में दीर्घकालिक सुधार संभव है।

हमारी सेवाएँ और शुल्क

सर्वाइकल उपचार

गर्दन के दर्द और अकड़न से राहत के लिए।

₹200/-

थाई मसाज

शरीर को लचीला और ऊर्जावान बनाता है।

₹500/-

जानुवस्ति

घुटनों के लिए विशेष आयुर्वेदिक उपचार।

₹500/-

फुल बॉडी मसाज

पूरे शरीर को आराम और ताजगी प्रदान करता है।

₹500/-

घुटना उपचार

घुटनों के दर्द और जकड़न में आराम।

₹300/-

कटिवस्ति

कमर और पीठ दर्द से राहत के लिए।

₹500/-

मन्त्रवस्ति

आंत और पाचन सुधार के लिए सहायक।

₹500/-

शिरोधारा

मन को शांत और तनावमुक्त करता है।

₹800/-

पैर की मसाज

पैरों की थकान और दर्द दूर करने में सहायक।

₹300/-

अग्निमा उपचार

पाचन शक्ति और मेटाबॉलिज़्म सुधारने हेतु।

₹200/-

आयुर्वेदिक फेशियल

त्वचा को निखार और चमक देता है।

₹500/-